राष्ट्रीय गणित दिवस 2021: जानिए श्रीनिवास रामानुजन के बारे में कुछ खास बातें

राष्ट्रीय गणित दिवस हर साल  22 दिसंबर को मनाया जाता है । प्रशिद्ध गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन जी के सन्मान में यह दिन मनाया जाता है, जिनका जन्म 1887 में इसी तारीख को हुआ था।

2012 में, प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने इस महान व्यक्ति को सम्मानित करने के लिए 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में घोषित किया।

रामानुजन के जीवन और कार्य के बारे में कुछ खास जानकारी निम्न प्रकार से है ।

1. श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर, 1887 को तमिलनाडु के इरोड में एक तमिल ब्राह्मण आयंगर परिवार में हुआ था।

2. रामानुजन ने 1903 में कुंभकोणम के सरकारी कॉलेज में अध्ययन किया। कॉलेज में, वह गैर-गणितीय विषयों के लिए लापरवाही के कारण परीक्षा में असफल रहे।

3. 1912 में, रामानुजन ने मद्रास पोर्ट ट्रस्ट में क्लर्क के रूप में काम करना शुरू किया। यहीं पर उनकी प्रतिभा को उनके एक सहयोगी ने पहचाना, जो एक गणितज्ञ भी थे। सहकर्मी ने रामानुजन को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज के प्रोफेसर जीएच हार्डी के पास रेफर कर दिया।

4. प्रथम विश्व युद्ध शुरू होने से कुछ महीने पहले रामानुजन ट्रिनिटी कॉलेज में शामिल हुए थे। 1916 में, उन्होंने विज्ञान स्नातक (बीएससी) की डिग्री प्राप्त की। 1917 में उन्हें लंदन मैथमैटिकल सोसाइटी के लिए चुना गया।

5. अगले वर्ष, उन्हें एलिप्टिक फंक्शंस और संख्याओं के सिद्धांत पर अपने शोध के लिए प्रतिष्ठित रॉयल सोसाइटी का फेलो चुना गया।

6. उसी वर्ष, अक्टूबर में, वे ट्रिनिटी कॉलेज के फेलो चुने जाने वाले पहले भारतीय बने।

7. 1919 में रामानुजन भारत लौट आए।  

8. इन्होंने खुद से गणित सीखा और अपने जीवनभर में गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया।

9. 32 वर्ष की आयु में 26 अप्रेल 1920 में उनका देहांत हो गया ।

10. 2015 की फिल्म 'द मैन हू न्यू इनफिनिटी' श्रीनिवास रामानुजन की जीवनी पर आधारित रिलीज हुई थी। यह फिल्म  प्रसिद्ध गणितीय सिद्धांतों को स्थापित करने की दिशा में गणितज्ञ के जीवन और यात्रा का वर्णन करती है।

रोचक किस्सा :

एक बार का किस्सा है। रामानुजन अस्पताल में भर्ती थे। डॉ. हार्डी टैक्सी में बैठकर उन्हें देखने अस्पताल पहुँचे। टैक्सी का नंबर 1729 था। रामानुजन से मिलने पर डॉ. हार्डी ने ऐसे ही सहज भाव से कह दिया कि यह एक अशुभ संख्या है। बात यह थी कि 1729= 7x13x19। यहाँ आप देखेंगे कि 1729 का एक गुणनखंड 13 है। यूरोप के अंधविश्वासी लोग इस 13 संख्या से बहुत भय खाते हैं। वे संख्या 13 को अशुभ मानते हैं। वे 13 संख्यावाली कुर्सी पर बैठने से बचेंगे, 13 संख्यावाले कमरे में ठहरने से बचेंगें। इसलिए डॉ. हार्डी ने रामानुजन से कहा था कि 1729 एक अशुभ संख्या है। लेकिन रामानुजन ने झट जवाब दिया- नहीं, यह एक अद्भुत संख्या है। वास्तव में यह वह सबसे छोटी संख्या है जिसे हम दो घन संख्याओं के जोड़ से दो तरीकों में व्यक्त कर सकते है; जैसे- 1729 = 123 + 13 तथा 1729=103+93

रामानुजन संख्याएँ :

'रामानुजन संख्या' उस प्राकृतिक संख्या को कहते हैं जिसे दो अलग-अलग प्रकार से दो संख्याओं के घनों के योग द्वारा निरूपित किया जा सकता है।

उदाहरण - .

1729, 4104, 20683, 39312, 40033 यह कुछ रामानुजन संख्याएं हैं।

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